TCS में बड़ी छंटनी: 12,000 कर्मचारी होंगे बेरोजगार
TCS में छंटनी की बड़ी खबर: जानिए क्या है वजह और असर
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने हाल ही में एक चौंकाने वाली घोषणा की है। कंपनी आने वाले महीनों में करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। यह संख्या कंपनी की कुल वर्कफोर्स का लगभग 2% है।
📉 शेयर बाजार में गिरावट
इस घोषणा के बाद शेयर बाजार में भी भारी हलचल देखने को मिली। TCS के शेयरों में करीब 2% की गिरावट दर्ज की गई। इसका सीधा असर निफ्टी IT इंडेक्स पर भी पड़ा, जो 1.6% से अधिक नीचे चला गया। निवेशकों में चिंता है कि ये छंटनी कंपनी की ग्रोथ और डिमांड को लेकर अनिश्चितता का संकेत दे रही है।
🎯 छंटनी का कारण
कंपनी की ओर से बताया गया कि यह छंटनी किसी एक देश या स्थान विशेष में नहीं, बल्कि ग्लोबल लेवल पर की जाएगी। इसका प्रमुख कारण “स्किल मिक्स मैच” है – यानी कर्मचारियों के पास वो स्किल नहीं हैं जो आज की डिजिटल या एआई आधारित सेवाओं के लिए जरूरी हैं।
कंपनी का यह भी कहना है कि यह निर्णय ऑटोमेशन या एआई के कारण नहीं लिया गया, बल्कि यह एक बिजनेस री-अलाइनमेंट स्ट्रेटेजी का हिस्सा है।
👩💻 किन कर्मचारियों पर होगा असर?
इस कटौती का सबसे ज्यादा असर मिड और सीनियर लेवल के कर्मचारियों पर पड़ेगा। खासकर वे कर्मचारी जो लंबे समय से एक ही भूमिका में हैं और जिनके पास नई तकनीकों की जानकारी नहीं है।
📚 पुनः प्रशिक्षण और समर्थन
TCS का दावा है कि जिन कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी, उन्हें पुनः प्रशिक्षण (re-skilling) का मौका दिया जाएगा। कंपनी कोशिश कर रही है कि कुछ कर्मचारियों को नई भूमिकाओं में समायोजित किया जा सके। साथ ही, आउटप्लेसमेंट सपोर्ट, काउंसलिंग, और सेवरेन्स पैकेज भी दिए जाएंगे।
🌐 IT इंडस्ट्री पर असर
TCS का यह कदम यह दिखाता है कि भारतीय आईटी इंडस्ट्री अब बड़े बदलाव के दौर में है। क्लाइंट्स टेक्नोलॉजी पर खर्च कम कर रहे हैं, और कंपनियां अब उन टैलेंट्स को प्राथमिकता दे रही हैं जो AI, डेटा एनालिटिक्स और क्लाउड जैसी स्किल्स में दक्ष हैं।
🧠 निष्कर्ष
TCS की यह छंटनी एक बड़ा मैसेज है – चाहे आप आईटी सेक्टर में काम कर रहे हों या इसमें आने की योजना बना रहे हों। यह समय है अपनी स्किल्स को अपग्रेड करने का, ताकि आने वाले समय की जरूरतों के अनुरूप तैयार रहा जा सके।
Post Comment